Delhi : आम आदमी पार्टी की विधायक और दिल्ली की कार्यवाहक सीएम आतिशी ने आज (17 फरवरी) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी की चजमकर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनाव के नतीजे आए 10 दिन बीत गए हैं, लेकिन बीजेपी अभी तक मुख्यमंत्री पद का फैसला नहीं ले पाई है। उन्होंने कहा, जब भाजपा के पास CM बनाने लायक कोई है ही नहीं, तो दिल्ली की सरकार कैसे चलेगी?
आतिशी ने कहा कि दिल्ली के चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आए थे। आज 17 तारीख है, मतलब 10 दिन हो चुकें हैं, दिल्ली वालों को उम्मीद थी की 9 तारीख को भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करेगी और 10 तारीख को शपथ ग्रहण होगा। उसके तुरंत बाद दिल्ली वालों का काम शुरू होगा। लेकिन दिल्ली की जनता इंतजार करती रह गई।
‘बीजेपी मुख्यमंत्री पद को लेकर निर्णय नहीं ले पाई ‘
उन्होंने कहा, आज 10 दिन बीत गए हैं, लेकिन बीजेपी मुख्यमंत्री पद को लेकर निर्णय नहीं ले पाई है। आज यह दिल्ली वालों के सामने साबित हो गया है कि बीजेपी के पास मुख्यमंत्री का कोई भी चेहरा नहीं है। आज ये साबित हो गया है कि पीएम मोदी को अपने 48 विधायकों में किसी पर भी भरोसा नहीं है। उनको पता है कि इन 48 विधायकों में से एक भी विधायक सरकार चलाने की योग्यता नहीं रखता है। आतिशी ने कहा प्रधानमंत्री को पता है कि इन 48 विधायकों का एक ही काम है लूट-खसोट करना, दिल्ली की जनता को लूटना, दिल्ली के पैसे की बंदरबांट करना। इसिलिए 10 दिन बीतने के बाद भी पीएम मोदी जी ने इन सभी विधायकों में से एक विधायक पर भी भरोसा नहीं कर पाए। जिसे वह चयन करके मुख्यमंत्री बना सकें।
‘पीएम को नहीं है अपने विधायकों पर भरोसा’
आतिशी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी को पता है कि 15 साल बीजेपी दिल्ली की नगर निगम में सरकार चलाई और उनके एक-एक पार्षद ने दिल्ली वालों को लूटने का काम किया, एमसीडी के खजाने को लूटने का काम किया, एमसीडी को कंगाल करने का काम किया। इसिलिए वो अपने 48 विधायकों में से किसी एक पर भी भरोसा नहीं कर पाए हैं। उन्हें पता है इन 48 विधायकों में से एक भी विधायक सरकार चलाने की योग्यता नहीं रखता। अगर मुख्यमंत्री बनने लायक कोई नहीं है तो ये दिल्ली की सरकार कैसे चलाएंगे। उनके पास दिल्ली वालों के लिए कोई विजन नहीं है। उनके पास दिल्ली वालों के लिए कोई काम करने का प्लान नहीं है।
8 फरवरी को आए थे नतीजे
बता दें कि हाल ही में दिल्ली में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए है। दिल्ली में 5 फरवरी को एक चरण में 70 सीटों पर मतदान हुआ था और 8 फरवरी को नतीजे आए थे। जिसमें बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ 27 सालों बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की थी।