कानपुर- शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने की सुविधा दम तोड़ रही है। नगर निगम के जोन में लगी कंपनियां घरों से कूड़ा उठाने नहीं पहुंच रही हैं, इससे घरों का कूड़ा सड़कों पर आ जा रहा है। नगर निगम कर्मचारी भी सफाई करने के बाद कूड़ा उठाकर सड़क किनारे फेंक रहे हैं। पार्षदों की ओर से सदन में मामला उठाने के बाद भी कंपनी पर कोई असर नहीं पड़ा है। जोन 4 में प्रतिदिन कूड़ा घरों से न उठाने पर क्षेत्रीय लोगों ने सीएम पोर्टल पर शिकायत कर दी। लोगों का आरोप है कि कंपनी के कर्मचार कूड़ा उठाने आते ही नहीं है। इसी समस्या से उत्तर और दक्षिण के कई मोहल्ले जूझ रहे हैं जिसकी वजह से नगर निगम में शिकायतों का अंबार लग गया है।
शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने की सुविधा में सबसे ज्यादा शिकायतें दीक्षांक संस्था की आ रही हैं। पिछले दिनों नगर निगम में पार्षद लक्ष्मी कोरी ने दीक्षांक कंपनी को बैन करने का मुद्दा उठाया था। अधिकारियों ने कंपनी पर दबाव तो बनाया लेकिन पूरी तरह कंपनी सुधार नहीं कर पा रही है। जोन 4 में प्रतिदिन डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण क्षेत्रीय निवासियों ने आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। इन समस्याओं की वजह से नगर निगम स्वच्छता रैंकिंग पर भी प्रभाव पड़ रहा है। नई सड़क, काकादेव, गोविंद नगर, किदवई नगर, लाल कॉलोनी, बर्रा, कर्रही, रतनलाल नगर समेत कई मोहल्लों में कूड़ा न उठाने की समस्या आ रही है।
दीक्षांक सस्था को दोबारा चेतावनी दी गई है कि प्रतिदिन डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य कराया जाना सुनिश्चित करें। अगर शिकायतें कम नहीं हुईं तो संस्था पर अर्थदण्ड लगाने के साथ ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही की जायेगी। – डॉ. चन्द्रशेखर, नगर स्वास्थ्य अधिकारी