Tuesday, April 29, 2025
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गोंडा- नन्ही आद्या को मिला इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र

नन्ही आद्या को मिला इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र

डीएम नेहा शर्मा के हाथों मिला सर्टिफिकेट व मेडल…

नन्ही आद्या ने कहा थैंक यू डीएम मैम…

तो वहीं SCPM ग्रुप ने बनाया आद्या को चीफ गेस्ट

गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम मे बनाया नन्ही आद्या को मुख्य अतिथि…

आद्या ने 38 सेकंड मे संविधान की प्रस्तावना सुनाकर बनाया है रिकॉर्ड…

इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड मे दर्ज हुआ है आद्या मिश्रा का नाम…

गोण्डा। कलेक्ट्रेट मे 76 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम मे डीएम नेहा शर्मा ने नन्ही आद्या मिश्रा को इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड का मेडल, बैच, आईकार्ड और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। आपको बता दें की आद्या मिश्रा ने भारत के संविधान की प्रस्तावना को देश की सबसे कम आयु की बच्ची द्वारा सबसे कम समय मे सुनाने का रिकॉर्ड बनाया है महज 38.38 सेकंड मे नन्ही आद्या संविधान की कुंजी कहे जाने वाले प्रस्तावना सुना देती है जिसके लिए उसका नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड मे दर्ज हुआ है।

इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड का आधिकारिक प्रमाण पत्र व मेडल मिलते ही नन्ही आद्या ने जिलाधिकारी गोण्डा नेहा शर्मा से कहा थैंक यू डीएम मैम…इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड द्वारा भेजे गए अचीवर्स किट को डीएम के द्वारा बच्चे को मिलने पर आद्या के पिता शिक्षक अरुण मिश्रा ने भी जिलाधिकारी को धन्यवाद दिया।
तो वहीं गोण्डा के एससीपीएम ग्रुप ऑफ कॉलेज और एजुकेशन में नन्ही आध्या को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया एससीपीएम ग्रुप के चेयरमैन डॉ ओ एन पाण्डेय ने आद्या मिश्रा को स्मृति चिन्ह और 5100 रुपए नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया उन्होंने कहा कि यह हमारे जिले को गौरवान्वित करने वाली नारी शक्ति की साक्षात् प्रतीक है मैं इसके और इसके परिवार को बधाई देने के साथ-साथ इसके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। वहीं SCPM ग्रुप की CMD अलका पाण्डेय ने नन्ही आद्या की खूब सराहना की श्रीमती पाण्डेय ने बच्ची की तारीफ करते हुए कहा नन्ही आद्या उन सब के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत हैं जो जिंदगी मे कुछ बड़ा करना चाहते हैं खासकर बालिकाओं के लिए,,, उन्होंने कहा आज लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से काम नहीं है वह जो कुछ भी करना चाहें.. बनना चाहें बन सकती हैं और इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हमारे सामने आद्या मिश्रा के रूप में है मैं उनके माता-पिता को बधाई देना चाहती हूं कि उन्होंने कड़ी मेहनत कर आद्या को यह मुकाम दिलाने में मदद की है… उन्होंने कहा कि भविष्य में भी आवश्यकता पड़ने पर मैं इस बच्चे और परिवार के साथ खड़ी रहूंगी इसी के साथ मैं नन्ही आद्या के स्वर्णिम भविष्य की कामना करती हूं।

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