लखनऊ,- अनियमित जीवनशैली के कारण मोटापे की बीमारी बहुत तेजी से फैल रही है। आज हर तीसरा व्यक्ति मोटापे से ग्रसित है। अगर किसी का बॉडी मास इंडेक्स 27 से अधिक तो उसे सावधान होने की आवश्यकता है। पेट का बाहर निकलना सीधे तौर पर हार्ट अटैक, बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल व डायबिटीज के लिए जिम्मेदार है। यह कहना है एम्स दिल्ली के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश यादव का। वह कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के वार्षिक सम्मेलन के अंतिम दिन रविवार को मोटापा और उसके नुकसान व हृदय पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों के बारे में जानकारी साझा कर रहे थे।
डॉ. राकेश ने बताया पुरुषों की कमर का साइज 102 सेंटीमीटर व महिलाओं में 88 सेंटीमीटर से अधिक नहीं होनी चाहिये।
डॉ. मोना भाटिया ने बताया कि एमआरआई के माध्यम से हृदय की बहुत सी बीमारियां जैसे कि हार्ट फेलियर, स्टोरेज डिजीस आदि को समय से पहले पहचाना जा सकता है और समय रहते उपचार किया जा सकता है। लंदन के डॉ. मार्क वेस्टवुड ने कैंसर के हार्ट पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा की। कोलकाता के डॉ. देवब्रत मुखर्जी ने एंजियोप्लास्टी की विभिन्न तकनीकों व नवीनतम तरीकों पर जानकारी साझा की। दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल डॉ. मोहित गुप्ता ने कहा कि अगर आप तनाव मुक्त जीवन शैली अपनाकर हृदय रोगों से बचा जा सकता है।
इस मौके पर स्नातकोत्तर छात्रों को क्विज व सर्वश्रेष्ठ शोधपत्रों के लिए पुरस्कृत किया गया। सम्मेलन के मुख्य आयोजक डॉ. सत्येन्द्र तिवारी ने बताया कि रविवार को सम्मेलन में कई नई तकनीक पर चर्चा की गई। वरिष्ठ विशेषज्ञों को फेलोशिप से भी सम्मानित किया गया।