उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में इन दोनों सीओ अनुज चौधरी अपने बयानों को लेकर काफी चर्चाओं में है। होली और रमजान में पढ़ने वाले जुम्मे को लेकर दिए गए बयान पर एक बार फिर सीओ संभल अनुज चौधरी विवादों में घिर गए हैं। जिसमें उन्होंने कहा है कि साल भर में जुम्मा 52 बार आता है जबकि होली और ईद एक बार आते हैं। उन्होंने वर्ग विशेष के लोगों के लिए होली पर खेले जाने वाले रंगों को लेकर भी बात कही है।
उन्हें राजनीति में ही आ जाना चाहिए…
पुलिस अधिकारी अनुज चौधरी के बयान के बाद ऑल इंडिया इमाम संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुक्ति जुल्फिकार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संभल सीओ साहब के जिस तरह से बयानात आ रहे है उन्हें मेरा मशविरा यह है कि वह नौकरी छोड़कर जब राजनीति ही कर रहे हैं तो उन्हें राजनीति में ही आ जाना चाहिए। या तो वह निष्पक्ष होकर ड्यूटी का फर्ज है उसे अंजाम दे। अगर उन्हें राजनीति ही करनी है। आज के इस गए गुजरे दौर में पुलिस को निष्पक्ष समझा जाता है, लेकिन सीओ साहब का जो अंदाज है वह पुलिस वाले का नहीं है बल्कि एक नेता का है अगर उन्हें नेतागिरी करनी है तो वह वही करें।
पुलिस के जिम्मेदार पद पर होते हुए यह अंदाज ठीक नहीं
उन्होंने कहा कि बात को किसी भी अंदाज से कहा जा सकता है लेकिन उनका जो तरीका है वह ठीक नहीं है। एक पुलिस के आदमी को पुलिस के जिम्मेदार पद पर होते हुए यह अंदाज इफ्तार नहीं करना चाहिए। यह काम एक पॉलिटिकल आदमी का है, पॉलिटिकल आदमी इस तरह का बयान दे सकता है। उन्हें तो होली वालों की बहिफाजत करनी है, उन्हें रमजान वालों की विभाजित करनी है और उन्हें ऐड वालों की वीजा हिफाजत करनी है। उन्हें इससे क्या मतलब है की जुम्मा कितनी बार आता है और कितनी बार नहीं आता, इस तरह के बयानात एक पुलिस वर्दी के अंदर अच्छे नहीं लगते।