Prayagraj : प्रयागराज में 45 दिन से आयोजित विश्व के सबसे बड़े धार्मिक एवं आध्यात्मिक समागम-महाकुंभ का कल यानी महाशिवरात्री के पर्व पर समापन हो गया है। वहीं इस विशेष आयोजन की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। यह विशेष इसलिए है क्योकिं दुनियाभर के लोगों ने आस्था का ऐसा महासागर इससे पहले कभी नहीं देखा होगा।
वहीं इस पवित्र समागम महाकुंभ में 45 दिन में 66 करोड़ तीस लाख से ज्यादा भक्तों ने संगम में डुबकी लगाई। हर दिन सवा करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंचे। 50 लाख से ज्यादा विदेशी भक्त आए। 70 से ज्यादा देशों के लोग प्रयागराज पहुंचे। पूरी दुनिया ये देखकर हैरान है कि अमेरिका से दोगुनी आबादी और दुनियाभर के 100 से ज्यादा देशों की कुल पॉपुलेशन से ज्यादा लोग प्रयागराज पहुंचे थे।
70 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी थे तैनात
खास बात ये है कि ये कोई सरकारी आयोजन नहीं था, ये सनातन की पंरपरा, भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक शक्ति का मेला था। इस महाकुंभ में 37 हजार से ज्यादा पुलिसवाले तैनात किए गए थे, 14 हजार से ज्यादा होमगार्ड्स थे। सीआरपीफ के भी जवानों की तैनाती की गई थी। कुल 70 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात थे। वहीं महाकुंभ के समापन के मौके पर श्रद्धालुओं ने सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की जमकर तारीफ की।
महाकुंभ बना ये रिकॉर्ड–
- 66.30 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आए
- अमेरिका की आबादी से दोगुने लोग पहुंचे
- 193 देशों की आबादी से ज्यादा महाकुंभ में आए
- सिर्फ भारत-चीन की आबादी महाकुंभ आए श्रद्धालुओं से ज्यादा
- 120 करोड़ हिंदुओं में से 66 करोड़ से ज्यादा की डुबकी
- दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम से 166 गुना बड़ा मेला एरिया
- 4 हजार हेक्टेयर में महाकुंभ मेला जोन का स्ट्रक्चर
- 4 लाख से ज्यादा टेंट-तंबू, 1.5 लाख टॉयलेट बने
स्वच्छता का बना वर्ल्ड रिकॉर्ड
वहीं, इस बार महाकुंभ में सिर्फ श्रद्धालुओं की संख्या का रिकॉर्ड नहीं बना बल्कि स्वच्छता का भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है। महाकुंभ मेला क्षेत्र के 4 जोन्स में एक साथ 19 हजार सफाईकर्मियों ने सफाई करके, झाड़ू लगाकर एक नई मिसाल पेश की है। सफाईकर्मियों की इस पहल को विश्व रिकार्ड में दर्ज करने के लिए गिनीज बुक की टीम भी मौजूद थी। 2019 के कुंभ में जहां 10 हजार सफाईकर्मियों ने एक साथ झाडू लगाकर ये रिकॉर्ड बनाया था लेकिन इस बार ये संख्या 19 हजार थी।
इन रिकॉर्ड्स के सर्टिफिकेट आज सौंपे गए-
- गंगा सफाई का रिकॉर्ड बना, 4 अलग अलग स्थानों पर 360 लोगों द्वारा सफाई करने का रिकॉर्ड
- हैंड पेंटिंग में – 10,102 लोगों का रिकॉर्ड, पहले 7660 लोगों का था।
- झाड़ू लगाने में- 19000 लोगों का रिकॉर्ड बना, पहले 10,000 लोगों का था।
PM से लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, फिल्मी सितारों ने लगाई डुबकी
आपको बताते चलें कि इस बार महाकुंभ अपनी स्वच्छता को लेकर भी चर्चा में रहा जिसमें स्वच्छता कर्मियों की अहम भूमिका रही। हालांकि महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ की घटना से इसकी छवि थोड़ी धूमिल हुई, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था पर इस घटना का कोई खास असर नहीं पड़ा और लोगों का आगमन अनवरत जारी रहा। वहीं इस भगदड़ में 30 लोगों की मृत्यु हो गई थी।
गौरतलब है कि महाकुंभ मेले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, फिल्मी सितारों और खेल जगत, उद्योग जगत की हस्तियों तक ने संगम में डुबकी लगाई और प्रदेश सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना की।
CM योगी ने 45 दिनों में 10 बार महाकुंभ नगर का किया दौरा
खास बात ये है कि महाकुंभ के आयोजन को लेकर प्रदेश सरकार शुरू से ही गंभीर रही और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 45 दिनों में 10 बार महाकुंभ नगर आकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके अलावा, उन्होंने लखनऊ और गोरखपुर में नियंत्रण कक्ष से मेले पर पैनी नजर रखी।