ब्रोकरेज फर्म CLSA ने टाटा मोटर्स की रेटिंग को अपग्रेड कर ‘उच्च विश्वास वाला बेहतर प्रदर्शन’ (‘high conviction outperform’) कर दिया है, और टारगेट प्राइस ₹930 प्रति शेयर पर अपरिवर्तित रखा है, जो मौजूदा भाव से 36% की तेजी का संकेत देता है। CLSA ने कहा कि कंपनी का निकट भविष्य में मूल्यांकन अनुकूल है, जो तेजी की संभावना दर्शाता है। हालांकि, टाटा मोटर्स के शेयरों में पिछले छह महीनों में 40% की गिरावट आई है, जिसका कारण जेएलआर की कमजोर मांग और प्रमुख बाजारों में धीमी गति से वसूली है।
बेहतर वैल्यूएशन पर पहुंचे स्टॉक
CLSA का मानना है कि JLR वर्तमान में अपने FY27CL EV/EBITDA गुणांक 1.2 गुना पर कारोबार कर रहा है, जो इसके मानक गुणांक 2.5 गुना से काफी कम है। यह FY25-27CL में 4% वॉल्यूम CAGR और FY26-27CL में 8.8% के औसत EBIT मार्जिन से जुड़ा है। वर्तमान मूल्य पर, JLR का निहित/शेयर मूल्य ₹200 है, जबकि CLSA ने SOTP में ₹450 प्रति शेयर का लक्ष्य मूल्यांकन किया है, जो अमेरिकी टैरिफ वृद्धि और अपेक्षा से कम मांग/मार्जिन के प्रभाव से सुरक्षा प्रदान करता है।
मुनाफे में गिरावट
टाटा मोटर्स ने तिमाही परिणामों में 22% की गिरावट की रिपोर्ट की, जिससे उसका लाभ ₹5,451 करोड़ तक सीमित हो गया, और इसके पीछे जेएलआर में मंदी और चीन जैसे बाजारों में कमजोर मांग है। हालांकि, राजस्व में सालाना आधार पर 3% की वृद्धि हुई और यह ₹1.13 लाख करोड़ हो गया। जेएलआर के ईबीआईटी मार्जिन में 9% का सुधार हुआ, जो मुख्य रूप से कम मूल्यह्रास से आया, जबकि भारत में सीवी और पीवी सेगमेंट के मार्जिन में पीएलआई प्रोत्साहनों से वृद्धि हुई।
एमके ग्लोबल और एमओएफएसएल की अलग-अलग दृष्टि
एमके ग्लोबल ने टाटा मोटर्स के लिए ₹950 का लक्ष्य निर्धारित किया है, जबकि एमओएफएसएल ने सतर्क दृष्टिकोण अपनाते हुए ₹755 का लक्ष्य रखा है, और ‘तटस्थ’ रेटिंग दी है, जिसका कारण जेएलआर पर मार्जिन दबाव और भारत में कमजोर मांग है।