गौशाला में चल रही लापरवाही के संदर्भ में शासन प्रशासन लें संज्ञान
करोड़ों की लागत से बनाई गई को सफारी गोवंशों के लिए नहीं हो रही है वरदान साबित
कुठौद जालौन। शरद ऋतु प्रारंभ हो जाने के बाद अस्थाई गौशालाओं में गोवंशों की मौत होना स्वाभाविक है। लेकिन इसके बाद इनका विधि विधान पूर्वक अंतिम संस्कार करना भी जिम्मेदारों की नैतिक जिम्मेदारी है। आज कुठौद के समीप से निकली कुठौद नहर शाखा में एक साथ तीन गोवंश बहते हुए पानी में आ गए ।जिसकी सूचना पाकर हड़कंप मच गया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल खंड विकास अधिकारी गजेंद्र प्रताप सिंह ने संबंधित सचिवों को मौके पर भेजा तथा जेसीबी की मदद से मृत गौ वंश को निकलवा कर उनका अंतिम संस्कार कराया गौरतलव हो कि आखिर ऐसा कौन सा जल्लाद होगा जिसने गोवंशों का अंतिम संस्कार न कर कर बहते हुए पानी में फेंक दिया जिसको लेकर निश्चित तौर पर सवाल पैदा करता है। खंड विकास अधिकारी ने मानवता का परिचय देते हुए तत्काल पंचायत सचिव शिवम गुप्ता को मौके पर भेजो उन्होंने फिर विधान पूर्वक ग्राम पंचायत धर्मपुरा बरैला के प्रधान प्रतिनिधि सिंह यादव की मदद से रुरा जैतिया में फूल माला डालकर अंतिम संस्कार कराया उनकी इस मानवता भारी सोच को लोगों ने धन्यवाद दिया है।