नवाबगंज/गोंडा, अमृत विचार। पिकअप पर भैंस व पांडा ले जा रहे पशु व्यापारी व चालक को गोवंशों की तस्करी करने के आरोप में थाने के लॉकअप में बंद करना और छोड़ने के नाम पर एक लाख रुपये की डिमांड करना नवाबगंज थाने के तीन सिपाहियों को भारी पड़ गया। बसपा नेता की शिकायत पर एसपी ने तीनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। घटना की जांच एएसपी पश्चिमी व सीओ तरबगंज की टीम को सौंपी गयी है।अम्बेडकर नगर जिले के इल्तिफ़ातगंज निवासी अकील अहमद नवाबगंज थाना क्षेत्र शाहपुर गांव में अपने मामा रफीक के घर रहकर पिकअप चलाता है। सोमवार को बस्ती जिले हैदराबाद निवासी मुस्लिम ने जैतपुर गांव से भैंस व पांड़ा लाने के लिए अकील की पिकअप भाड़े पर बुक करायी थी। अकील जैतपुर गांव से पिकअप पर एक भैंस व दो पांडा लादकर पशु व्यापारी मुस्लिम के घर हैदराबाद जा रहा था। थाना क्षेत्र के पटपरगंज पुल के पास नवाबगंज थाने के मुख्य आरक्षी मनोज सिंह, आरक्षी रविकेश यादव तथा सुमित यादव ने पिकअप को रोक लिया और पशु तस्करी का आरोप लगा कर शकील व पशु व्यापारी मुस्लिम को थाने पर लाकर लॉकअप में बंद कर दिया।
इसकी सूचना मिलने पर जब शाहपुर गांव के रहने वाले बसपा नेता राजिक उस्मानी ने पुलिस से संपर्क किया तो तीनों पुलिस कर्मियों ने उनसे चालक व व्सापारी को छोड़ने के बदले एक लाख रुपये की डिमांड की। बसपा नेता ने रात में ही इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल को दी और एक लाख रुपये मांगे जाने की बात कही।
एसपी के हस्तक्षेप के बाद चालक शकील व व्यापारी मुस्लिम को रात में ही छोड़ दिया गया। घटना को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों मुख्य आरक्षी मनोज सिंह, आरक्षी रविकेश यादव तथा सुमित यादव को मंगलवार को निलंबित कर दिया। एसपी ने अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय व सीओ तरबगंज डा यूपी सिंह को घटना की जांच सौंपी है।