Monday, April 28, 2025
spot_img
Homeउत्तर प्रदेशगोंडा-नंद बाबा दुग्ध मिशन: 10 महीने के इंतजार के बाद लाभार्थियों को...

गोंडा-नंद बाबा दुग्ध मिशन: 10 महीने के इंतजार के बाद लाभार्थियों को वितरित हुए चेक

नंद बाबा दुग्ध मिशन: 10 महीने के इंतजार के बाद लाभार्थियों को वितरित हुए चेक

गोंडा में स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना के तहत 80-80 हजार के चेक बांटे गए

जिला प्रशासन की पहल से पशुपालकों को मिला प्रोत्साहन, 40% अनुदान वितरित

डीएम नेहा शर्मा के नेतृत्व में लंबित अनुदान जारी, लाभार्थियों ने जताया आभार

गोंडा- जिला प्रशासन की सक्रियता और कड़ी मेहनत के चलते “नंद बाबा दुग्ध मिशन” के अंतर्गत मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना के लाभार्थियों को 10 महीने से लंबित अनुदान राशि वितरित की गई। कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को आयोजित विशेष कार्यक्रम में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने 22 लाभार्थियों को 80-80 हजार रुपये के अनुदान चेक वितरित किए।
कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों और पशुपालकों को सशक्त बनाना और स्वदेशी गायों की उन्नत नस्लों का संवर्धन करना है। योजना के तहत, लाभार्थी गिरि, साहीवाल, हरियाणा, और थारपारकर जैसी स्वदेशी गायों का क्रय कर सकते हैं। प्रति इकाई लागत 2 लाख रुपये होती है, जिस पर अधिकतम 40% अनुदान का प्रावधान है। योजना के क्रियान्वयन में कुछ बाधाओं के कारण पिछले 10 महीनों से लाभार्थियों को अनुदान राशि नहीं मिल पाई थी।

जिला प्रशासन के निरंतर प्रयासों से मिली राहत
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाकर इस लंबित समस्या को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके प्रयासों से लाभार्थियों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई।

कार्यक्रम में लाभार्थी विकास ने कहा, “दस महीने से यह अनुदान रुका था, जिससे हम सभी किसान बहुत परेशान थे। लेकिन जिला प्रशासन के प्रयासों से हमारी यह समस्या हल हो गई।”
लाभार्थी दिलावर खान ने बताया, “इस योजना से न केवल हमें आर्थिक सहायता मिली है, बल्कि स्वदेशी नस्लों को बढ़ावा देने का अवसर भी मिला। अब हमें अपनी आय बढ़ाने और परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का मौका मिलेगा। प्रशासन का यह कदम वाकई प्रशंसनीय है।”

जिलाधिकारी ने किया संबोधित
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने अपने संबोधन में कहा, “नंद बाबा दुग्ध मिशन सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य किसानों और पशुपालकों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना और स्वदेशी नस्लों का संरक्षण करना है। प्रशासन सदैव यह सुनिश्चित करेगा कि जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ समय पर पहुंचे।” जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि लाभार्थियों को भविष्य में किसी समस्या का सामना न करना पड़े और योजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता के साथ हो। कार्यक्रम में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राकेश कुमार तिवारी, जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी अरुण कुमार सिंह, उप दुग्धशाला विकास अधिकारी इंद्रभूषण सिंह, दुग्ध संघ के स्टाफ, और सभी 22 लाभार्थी उपस्थित रहे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments