Wednesday, April 30, 2025
spot_img
Homeनई दिल्लीDelhi Election 2025: दिल्ली में बजा चुनावी बिगुल, 5 फरवरी को होगा...

Delhi Election 2025: दिल्ली में बजा चुनावी बिगुल, 5 फरवरी को होगा मतदान…इस तारीख को आएगा रिजल्ट

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान मंगलवार को कर दिया है। इसके साथ ही चुनाव के परिणाम की तारीख भी सामने आ गई है। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा जबकि मतों की गिनती तीन दिन बाद 8 फरवरी को की जाएगी। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है।दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 जनवरी है और नामांकन पत्रों की जांच 18 जनवरी तक की जाएगी। उन्होंने बताया कि उम्मीदवार 20 जनवरी तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक चरण का चुनाव है… हमने जानबूझकर बुधवार को मतदान रखा है ताकि अधिक लोग मतदान करने के लिए बाहर आएं … जैसा कि हमने महाराष्ट्र में किया।’’ उत्तर प्रदेश में मिल्कीपुर और तमिलनाडु में इरोड विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव इसी कार्यक्रम के अनुसार होंगे। कुमार ने कहा कि दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं और इनमें 83.49 लाख पुरुष और 71.74 लाख महिलाएं हैं। उन्होंने बताया कि युवा मतदाताओं (20 से 21 वर्ष के) की संख्या 28.89 लाख है जबकि पहली बार मतदान के पात्र युवाओं की संख्या 2.08 लाख है।

राजीव कुमार ने बताया कि राजधानी के 2697 स्थानों पर कुल 13,033 मतदान केंद्र होंगे और इनमें से 210 मॉडल मतदान केंद्र होंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में विभिन्न कानून अनुपालन एजेंसियों के साथ व्यापक चर्चा की गई है जिसमें सुरक्षा से जुड़े आयाम भी शामिल हैं। राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। दिल्ली विधानसभा में बहुमत के लिए 36 विधायकों की आवश्यकता है।

आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में ‘काम की राजनीति और गाली-गलौज की राजनीति’ के बीच मुकाबला होगा। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बनाएगी।

केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह चुनाव काम की राजनीति और गाली-गलौज की राजनीति के बीच होगा। दिल्ली की जनता का विश्वास हमारी काम की राजनीति के साथ रहेगा। हम जरूर जीतेंगे।’’ केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं से पूरी ताकत और जोश के साथ मैदान में उतरने के लिए तैयार रहने की अपील की और उन्हें पार्टी की सबसे बड़ी ताकत बताया। भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने विधानसभा चुनाव की घोषणा का स्वागत किया और जनता से ‘विकसित दिल्ली’ बनाने तथा लोगों की उन्नति में योगदान देने वाली सरकार चुनने की अपील की।

नड्डा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आज दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं। चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है। देश और प्रदेश के सर्वांगीण विकास, जनकल्याण और सुशासन को सुनिश्चित करने में इसकी अग्रणी भूमिका है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां की जनता से ‘विकसित दिल्ली’ बनाने और लोगों की उन्नति में योगदान देने वाली सरकार चुनने की अपील करता हूं।’’ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में भाजपा अंत्योदय के संकल्प के साथ दिल्ली के समग्र विकास के लिए कटिबद्ध है।

कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने भी चुनाव की घोषणा का स्वागत किया और कहा कि उनकी पार्टी और उसके प्रत्याशी चुनाव के लिए तैयार हैं। लोगों से चुनाव में कांग्रेस को वोट करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को दिल्ली के गैस चैंबर से खुद को बचाने के लिए वोट करना चाहिए, उन्हें अच्छी सरकार चुननी चाहिए, उन्हें इस बात का एहसास होना चाहिए कि केंद्र में भाजपा और दिल्ली में आप के शासन ने उन्हें कितना नुकसान पहुंचाया है।’’

निजामुद्दीन ने कहा, ‘‘कांग्रेस के शासनकाल में दिल्ली रहने लायक थी। लोगों को कांग्रेस को वोट देना चाहिए।’’ भाजपा विगत 26 सालों से दिल्ली की सत्ता से बाहर है। इस बार उसका पूरा जोर आम आदमी पार्टी को पराजित कर यहां भाजपा की सत्ता बहाल करने पर है।

साल 2020 के विधानसभा चुनाव में 8 फरवरी को मतदान संपन्न हुआ था जबकि मतगणना 11 फरवरी को हुई थी। इस चुनाव में आप ने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें से 62 ने जीत दर्ज की थी। इस प्रकार आप ने भारी बहुमत से जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी। इस चुनाव में भाजपा ने 67 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और उसे महज आठ ही सीट पर सफलता मिल सकी। कांग्रेस सहित अन्य दलों का खाता भी नहीं खुल सका था।

इससे पहले, साल 2015 के विधानसभा चुनाव में भी आप ने प्रचंड बहुमत हासिल किया था। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी को 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। भाजपा को महज तीन सीटों से ही संतोष करना पड़ा था, जबकि कांग्रेस और अन्य दलों का खाता तक नहीं खुला था। साल 2014 से अब तक हुए तीनों लोकसभा चुनावों में भाजपा ने दिल्ली की सभी सात सीटों पर कब्जा जमाया हुआ है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments