श्री गुरु अर्जन देव साहब का प्रकाश 15 अप्रैल सन 1563 ई को श्री गोविंद वाला साहब श्री अमृतसर साहिब में हुआ पिताजी गुरु रामदास महाराज जी और माता भानी जी हैं

श्री गुरु अर्जन देव साहब का धर्मपत्नी माता गंगा जी और उनके बेटे श्री गुरु हरि गोविंद साहब जी हैं श्री गुरु अर्जन देव जी साहब महाराज अपने जीवन काल में कई नगर बसाया करतारपुर साहिब, तरन तारन साहिब, श्री हरि गोविंदपुर नगर बसाया श्री गुरु अर्जन देव महाराज ने लाहौर में अकाल पड़ गया था लोग दुखी थे तो गुरु साहिब जी ने सब लोगों की सहायता की थी गुरु साहब जी मैं कुष्ठ रोगी कोडी आदमी को अपनी दवाई से सही करते थे गुरु साहिब जी ने श्री हरमंदिर साहिब दरबार साहब की नींव पत्थर रखी जो आज गोल्डन टेंपल के नाम से जाना जाता है

गुरु साहब जी ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की स्थापना की उसे समय की बात है जब दिल्ली तखत पर मुगल बादशाह जहांगीर तखत पर राज करता था धार्मिक कट्टर पथ को देखते हुए गुरु अर्जन देव महाराज को मुगल बादशाह जहांगीर ने 30 30 May सन 1606 ई को अनेक प्रकार के तसीहे देकर लाहौर में शहीद कर दिया इसी मौके पर गुरुद्वारा करनैलगंज में गुरुद्वारा कमेटी की तरफ से जगह-जगह पर ठंडा शरबत और लंगर का वितरण किया गया है इस मौके पर गुरुद्वारा साहब के अध्यक्ष सरदार पृथ्वी पाल सिंह, उपाध्यक्ष सरदार डॉक्टर पुनीत सिंह, सरदार जोगिंदर सिंह जानी, सेक्रेटरी सरदार जसवीर सिंह छाबड़ा खजांची और और भी लोग मौजूद रहे इसी मौके पर गुरुद्वारा साहब के हेड ग्रंथि पुजारी जी ज्ञानी सरदार वीरेंद्र सिंह गुरुओं के बारे में इतिहास बताया
*रिपोर्टर*
*सरदार परमजीत सिंह*
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