लखनऊ- बीएसएनएल इस वर्ष के आखिर तक 5जी की सेवाएं देने का वादा कर रहा है लेकिन वर्तमान में बीएसएनएल अपने उपभोक्ताओं को 4जी की सुविधा नहीं दे पा रहा है। यह हाल शहर से लेकर प्रदेश के अन्य जिलों तक है। उपभोक्ताओं को कॉल ड्रॉप से लेकर नेट संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर जहां सस्ते प्लान देकर बीएसएनएल उपभोक्ताओं को आकर्षित कर रहा है वहीं खराब नेटवर्क ”कोढ़ में खाज” का काम कर रहा है। जहां एक वर्ष पहले उपभोक्ता बीएसएनएल की तरफ तेजी से बढ़ रहे थे वहीं अब उपभोक्ताओं का रुझान फिर से कम हो रहा है।
बीएसएनएल ने पिछले वर्ष सितंबर से 4जी की सेवाएं देना शुरु किया था। इसके लिए यूपी ईस्ट में तेजी से कार्य को अंजाम दिया गया। साथ ही शहर में 550 बीटीएस लगाये गये। लेकिन बीटीएस लगाने के बाद भी बीएसएनएल उपभोक्ताओं को सेवाएं नहीं दे पा रहा है। जहां एक ओर कॉल ड्राप और नेट संबंधी समस्यायें आ रही हैं। वहीं उपभोक्ताओं को छोटी-छोटी समस्याओं के लिए दौड़ लगानी पड़ रही है। ऐसे में 5 जी की सेवाएं कैसे देगा यह एक प्रश्न है।
पूरे प्रदेश में करीब 34 लाख उपभोक्ता और यूपी ईस्ट में लगभग 20 लाख उपभोक्ता है। यूपी ईस्ट में करीब 6200 बीटीएस लगने है जिनमें से लगभग 4865 बीटीएस लगाये जा चुके है। इसके बावजूद उपभोक्ताओं को 4जी सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। राजधानी में लगभग 13 लाख उपभोक्ता है जिनको 4जी सेवाओं के लिए बीएसएनएल लगातार प्रयास कर रहा है। लेकिन तमाम दावों के बावजूद भी बीएसएनएल उपभोक्ताओं की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा है।
-पूरे सर्किल में 800 कैंप का आयोजन किया जा रहा है जिसके माध्यम से उपभोक्ताओं को होने वाली परेशानी का निराकरण किया जा रहा है। साथ ही जिन उपभोक्ताओं ने सिम को अपग्रेड नहीं कराया है उनका सिम निशुल्क 4जी में अपग्रेड किया जायेगा। हमारा पूरा प्रयास है कि उपभोक्ताओं को बीएसएनएल बेहतर सुविधा प्रदान करें।
-शहर में कई सेवा केन्द्र खोले गये हैं जहां पर उपभोक्ताओं की समस्या का निराकरण किया जा रहा है। हेल्पलाइन के साथ ही व्यक्तिगत रूप से भी अधिकारी उपभोक्ताओं की समस्याओं को सुनकर उनका निस्तारण कर रहें है। कई जगह पुराने टॉवरों को भी बदला गया है जिससे उपभोक्ताओं को तेज नेट मिल सके।
कमलेश कुकरेती, जनरल मैनेजर बीएसएनएल, लखनऊ