लखनऊ- लखनऊ विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी के बुनियादी ढांचे के विकास का अध्ययन कर रहा है। इसमें यह जानने की कोशिश की जा रही है कि बीते 10 वर्षो में वाराणसी का बुनियादी ढांचा कैसे मजबूत हुआ और इसके लिए क्या प्रयास किए गए। पयर्टकों की संख्या, रोजगार और उद्योग धंधों के अलावा शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में आई क्रांति के लिए उठाए गए कदमों पर मंथन का दौर जारी है। वर्ष 2014 से 2024 के बीच वाराणसी रेलवे, बस, हवाई यात्रा, सिल्क व्यापार और पर्यटन के विकास का एक बड़ा हब बनकर वैश्विक पटल पर उभरा है। जिसका लाभ पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और नेपाल की जनता को हुआ है। तीव्र आर्थिक विकास को लेकर विश्वविद्यालय का समाज कार्य विभाग, प्रबंधन और वाणिज्य विभाग संयुक्त रुप से अध्ययन कर रहे हैं। गत माह शिक्षकों का एक दल कुलपति डॉ. आलोक कुमार राय के नेतृत्व में काशी का दौरा भी कर चुका है। विश्वविद्यालय इस बात का भी अध्ययन कर रहा है कि समाज के सम्पूर्ण विकास में योगदान देने के लिए शिक्षाविद और उद्योग जगत की क्या भूमिका हो सकती है।
समग्र योजना और क्रमिक विकास से बढ़ी गति
काशी के विकास को समझने और उसके समाज पर पड़ने वाले प्रभावों के अध्ययन में निष्कर्ष निकाला गया है कि विकास की समग्र योजना बनाई गई। इस योजना को क्रमिक ढंग से लागू किया गया है। जिससे न केवल देश के बाकी हिस्सों के साथ काशी की कनेक्टिविटी बढ़ी है, बल्कि श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर और अन्य धार्मिक महत्व के स्थानों को विकसित किया गया है। इन स्थानों पर बुनियादी ढांचे का भी विकास किया गया है।
उद्योग जगत को किया गया मजबूत
बनारसी सिल्क उद्योग, लकड़ी के खिलौने उद्योग सहित ग्रामीण और कुटीर उद्योग को मजबूत करने के लिए एक व्यवस्थित प्रयास भी शुरू किया गया है। अमूल डेयरी प्लांट की स्थापना ने डेयरी उद्योग से जुड़े लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत किया है। इसके अलावा विश्वस्तरीय सुविधा से युक्त टाटा का कैंसर अस्पताल कई राज्य के लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। विश्वविद्यालय उक्त बिंदुओं पर अलग-अलग अर्थशास्त्र, वाणिज्य, प्रबंधन के शोध छात्रों को शोध के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
अध्ययन के लिए इन चार श्रेणियों पर मंथन
1.कनेक्टिविटी की मजबूती और बुनियादी ढांचे का विकास
2.पर्यटन को बढ़ावा
3.स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधा को बढ़ावा
4.औद्योगिक और अन्य संबंधित गतिविधियां
काशी का विकास हम सभी के लिख खुशी की बात है। वहां के आर्थिक और सामाजिक विकास को लेकर एमबीए चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों को काशी का अध्ययन करने के लिए भेजा जा रहा है। वाराणसी की अर्थव्यस्था किस प्रकार से आगे बढ़ रही है और उसके सामाजिक असर आदि पहलुओं पर कार्य किया जा रहा है।
डॉ. संगीता साहू, डीन, मैनेजमेंट फैकल्टी, लखनऊ विश्वविद्यालय